BE PROUD TO BE AN INDIAN

बुधवार, अगस्त 29, 2018

औरत की पीड़ा को ब्यान करती संस्मरणात्मक कहानियाँ

कहानी-संग्रह – ऐसी-वैसी औरत
कहानीकार – अंकिता जैन
प्रकाशक – हिन्द युग्म
कीमत – 115 /-
पृष्ठ – 120
पुरुष और औरत भले ही समाज में बराबरी का हक रखते हैं, मगर कम ही औरतों को ये बराबरी मिल पाती है | औरतों को अनेक तरीकों से शोषित किया जाता है | “ ऐसी-वैसी औरत ” लेखिका ‘ अंकिता जैन ’ की 10 कहानियों का ऐसा संग्रह है, जिसमें दबी-शोषित औरतों के किस्से हैं |

सोमवार, अगस्त 13, 2018

सरल भाषा में महत्त्वपूर्ण विषयों को उठाती कविताएँ

कविता-संग्रह नये अहसास के साथ
कवयित्री डॉ. शील कौशिक
प्रकाशक राज पब्लिशिंग हाउस
पृष्ठ 76
कीमत 150 /-
हरियाणा साहित्य अकादमी के सहयोग से प्रकाशित कविता-संग्रह ‘ नये अहसास के साथ ’ में कवयित्री शील कौशिक ने 36 कविताओं को रखा है, जो नारी मन, स्त्री-पुरुष संबंधों, सामाजिक मान्यताओं और प्रकृति को लेकर रची गई हैं |

रविवार, अगस्त 05, 2018

लड़कियों को चिड़िया-गिलहरी के रूप में देखता कविता-संग्रह


कविता-संग्रह – कब चुप होती है चिड़िया
कवयित्री – डॉ. शील कौशिक
प्रकाशक – सुकीर्ति प्रकाशन
पृष्ठ – 88
कीमत – 200 /- ( सजिल्द )
बेटी चिड़िया सी होती है | सयानी होती लड़कियां गिलहरियों जैसी | लडकियों को चिड़िया-गिलहरी के रूप में देखता कविता-संग्रह है “ कब चुप होती है चिड़िया ” | डॉ. शील कौशिक के इस संग्रह में 49 कविताएँ हैं | कवयित्री लड़की से सपने के टूटने पर संदेश देती है –
एक घोंसला / तोड़ दिए जाने पर /
दूसरा घोंसला / बुनती है चिड़िया ( पृ. – 78 )

LinkWithin

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...