काव्य-संग्रह - पुरुषोत्तम
कवयित्री - मनजीतकौर मीत
प्रकाशक - अमृत प्रकाशन, दिल्ली
पृष्ठ - 128 ( सजिल्द )
कीमत - 200 /-
कवयित्री - मनजीतकौर मीत
प्रकाशक - अमृत प्रकाशन, दिल्ली
पृष्ठ - 128 ( सजिल्द )
कीमत - 200 /-
इतिहास और मिथिहास के अनेक पात्र कवि हृदयों को आकर्षित करते आए हैं, लेकिन जिन पर पूर्व में विस्तार से लिखा जा चुका हो, उन्हें पुन: लिखना बहुत बड़ी चुनौती होता है और जब रामचरितमानस जैसा महाकाव्य उपलब्ध हो तब वही राम कथा लिखना अत्यधिक साहस की मांग करता है | कवयित्री " मनजीतकौर मीत " ने अपनी पहली पुस्तक " पुरुषोत्तम " का सृजन करते हुए ये साहस दिखाया है, जिसके लिए वे बधाई की पात्र हैं | ' पुरुषोत्तम ' प्रबंध और मुक्तक काव्य का मिला-जुला रूप कहा जा सकता है | इसमें रामकथा क्रमानुसार है, लेकिन इसमें शामिल जो 70 रचनाएँ हैं, वे अपने आप में स्वतंत्र भी हैं |