कविता-संग्रह - हौसलों की उड़ान
कवयित्री - नीतू सिंह राय
प्रकाशक - हिंदी साहित्य सदन
कीमत - 250 / -
पृष्ठ - 128 ( पेपरबैक )
सुख-दुःख जीवन-रूपी सिक्के के दो पहलू हैं और हर व्यक्ति अपने जीवन में इनसे रू-ब-रू होता है | कब सुख आते हैं, कब दुःख या कहें की ये आपस में गड़मड़ रहते हैं | सुख-दुःख के प्रति हर व्यक्ति का अपना नजरिया है | यही नजरिया जीवन के प्रति दृष्टिकोण का निर्धारण करता है | कुछ लोग आशा से भरे रहते हैं, तो कुछ लोग निराशा में डूबे रहते हैं | कुछ हौसलों की उड़ान भरते हैं, तो कुछ पस्त होकर दिन काटते हैं | ' नीतू सिंह राय ' का कविता-संग्रह ' हौसलों की उड़ान ' आशा और हौसले से ओत-प्रोत कविताओं का संग्रह है | कवयित्री अनेक माध्यमों से अपने बुलंद हौसलों का इज़हार करती है | 51 कविताओं से सजे इस संग्रह का शीर्षक भी इसी का द्योतक है |