दोहा-संग्रह - दोहों के दीप
दोहाकार - लखविन्द्र सिंह बाजवा
प्रकाशक - तस्वीर प्रकाशन, कालांवाली
कीमत - 150 /-
पृष्ठ - 102 ( सजिल्द )
हरियाणा पंजाबी साहित्य आकादमी के संत तरन सिंह वहमी पुरस्कार
से सम्मानित और पंजाबी में अनेक खंडकाव्य, महाकाव्य, मुक्तक काव्य और गद्य विधाओं
की 15 पुस्तकों के रचयिता श्री लखविन्द्र सिंह बाजवा का हिंदी की पुस्तक के रूप
में यह पहला प्रयास है और उन्होंने इसके लिए चुना है हिंदी की सर्वोतम विधा दोहे
को | दोहे अपने लघु आकार और मारक क्षमता के लिए जाने जाते हैं | बाजवा जी ने अपने
अनुभव के विशाल भंडार से दोहों के मोती इस संग्रह में पिरोये हैं |