tag:blogger.com,1999:blog-7175477654648444949.post1472683902438257382..comments2023-11-26T13:59:07.540+05:30Comments on Virk's View: हो न हो - सुधीर मोर्य का प्रेम काव्य दिलबागसिंह विर्कhttp://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7175477654648444949.post-58221874034337570412013-02-26T09:15:14.667+05:302013-02-26T09:15:14.667+05:30sahab is pustak ki prapti ka upay bataye ! bahut s...sahab is pustak ki prapti ka upay bataye ! bahut sundar prastiti hai isme aapki ! contact: vivek anjan shrivastava maihar satna mp no: 9425810162,9424351452 विवेक अंजन श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01881016010072022728noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7175477654648444949.post-11924471329618671032012-10-11T23:05:05.287+05:302012-10-11T23:05:05.287+05:30ऊसर में कांस फूलने को वे व्यंग्य के रूप में प्रस्त...ऊसर में कांस फूलने को वे व्यंग्य के रूप में प्रस्तुत करते हैं । गरीब कन्या की दशा पर वे कहते हैं - <br />वो बेबस चिड़िया / फडफड़ाती हुई /<br />दबंगों के हाथों में झूल रही थी / उस घड़ी गाँव में <br />ऊसर में / कांस फूल रही थी । ( पृ - 22 )<br /><br />प्रजातंत्र की भी यही हालत है वाड्रागेट के दौर में .बढ़िया संग्रह कृति और कृतिकार परिचय और सटीक समीक्षा .<br /><br />युवा कवि सुधीर मौर्य का प्रेम काव्य virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7175477654648444949.post-62666257536154416542012-10-11T23:03:14.468+05:302012-10-11T23:03:14.468+05:30ऊसर में कांस फूलने को वे व्यंग्य के रूप में प्रस्त...ऊसर में कांस फूलने को वे व्यंग्य के रूप में प्रस्तुत करते हैं । गरीब कन्या की दशा पर वे कहते हैं - <br />वो बेबस चिड़िया / फडफड़ाती हुई /<br />दबंगों के हाथों में झूल रही थी / उस घड़ी गाँव में <br />ऊसर में / कांस फूल रही थी । ( पृ - 22 )<br /><br />प्रजातंत्र की भी यही हालत है वाड्रागेट के दौर में .बढ़िया संग्रह कृति और कृतिकार परिचय और सटीक समीक्षा .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7175477654648444949.post-1709212546482798012012-10-06T01:16:27.526+05:302012-10-06T01:16:27.526+05:30बहुत ख़ूब! वाह!
कृपया इसे भी देखें-
नाहक़ ही प्य...बहुत ख़ूब! वाह!<br /><br />कृपया इसे भी देखें-<br /><br /><a href="http://cbmghafil.blogspot.in/2012/10/blog-post.html" rel="nofollow"><b>नाहक़ ही प्यार आया</b></a>चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.com