tag:blogger.com,1999:blog-7175477654648444949.post7379148480464125693..comments2023-11-26T13:59:07.540+05:30Comments on Virk's View: बाल साहित्य को समृद्ध करता कविता-संग्रहदिलबागसिंह विर्कhttp://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-7175477654648444949.post-40585003725650135652015-11-19T18:25:56.296+05:302015-11-19T18:25:56.296+05:30बाल साहित्य कविता-संग्रह " दादी ने पूछा लड्डू...बाल साहित्य कविता-संग्रह " दादी ने पूछा लड्डू से "<br />में डॉ. मेजर शक्तिराज जी ने विविध विषयों पर बहुत सुन्दर बाल रचनाएँ रची है, यह आपकी समीक्षा से स्पष्ट परिलक्षित हो रहा है .....मेजर को "दादी ने पूछा लड्डू से" पुस्तक प्रकाशन पर हार्दिक बधाई एवं आपका समीक्षा हेतु आभार!कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7175477654648444949.post-73689017554375335632015-11-19T06:50:37.548+05:302015-11-19T06:50:37.548+05:30जब पुस्तक समीक्षा इतनी बढ़िया है तो किताब कितनी बढ़ि...जब पुस्तक समीक्षा इतनी बढ़िया है तो किताब कितनी बढ़िया होगी सोच रही हूँ |<br />Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.com